Nojoto: Largest Storytelling Platform

सख़्त गरमी में भी सर्दी लग रही अब तबियत इतनी अच्छी

सख़्त गरमी में भी सर्दी लग रही 
अब तबियत इतनी अच्छी लग रही 

रात की चुनरी पे तारे लग चुके 
शाम के सूरज को हल्दी लग रही

खुल गए ख्वाबों के मंज़र हर तरफ 
नींद में वो और अच्छी लग रही

मौसमों के रंग उड़ते जा रहे 
और वो फूलों में तितली लग रही   

झूठ है ये रौशनी दीवार पर 
बस तेरी तस्वीर सच्ची लग रही

©Aadarsh Dubey सख़्त गरमी में भी सर्दी लग रही 
अब तबियत इतनी अच्छी लग रही 

रात की चुनरी पे तारे लग चुके 
शाम के सूरज को हल्दी लग रही

खुल गए ख्वाबों के मंज़र हर तरफ 
नींद में वो और अच्छी लग रही
सख़्त गरमी में भी सर्दी लग रही 
अब तबियत इतनी अच्छी लग रही 

रात की चुनरी पे तारे लग चुके 
शाम के सूरज को हल्दी लग रही

खुल गए ख्वाबों के मंज़र हर तरफ 
नींद में वो और अच्छी लग रही

मौसमों के रंग उड़ते जा रहे 
और वो फूलों में तितली लग रही   

झूठ है ये रौशनी दीवार पर 
बस तेरी तस्वीर सच्ची लग रही

©Aadarsh Dubey सख़्त गरमी में भी सर्दी लग रही 
अब तबियत इतनी अच्छी लग रही 

रात की चुनरी पे तारे लग चुके 
शाम के सूरज को हल्दी लग रही

खुल गए ख्वाबों के मंज़र हर तरफ 
नींद में वो और अच्छी लग रही

सख़्त गरमी में भी सर्दी लग रही अब तबियत इतनी अच्छी लग रही रात की चुनरी पे तारे लग चुके शाम के सूरज को हल्दी लग रही खुल गए ख्वाबों के मंज़र हर तरफ नींद में वो और अच्छी लग रही #Flower #शायरी #Aadarsh_dubey