मुस्कुराने की वजह पूछते हो
कभी खामोशी की वजह पूछो ना
फुरसत मिले खुद से तो
कभी दो पल साथ बैठो ना ।
मेरी खुशी में शामिल हो , मेरे साथ हसते हो
कभी मेरे गम में ,मेरे साथ, दो आंसू बहाओ ना
मुस्कुराने की वजह पूछते हो
कभी खामोशी की वजह पूछो ना।। #poem#Bawari