तुझको छू लूँ अपनी आँखों से... तुझको पढ़ लूँ. अपनी साँसों से... तेरा दीदार करूँ अपने दिल से मैं... जो मिलूँ तुझसे तो ऐसे मिलूँ... तेरे ही रूप-रंग में मैं मिल जाऊँ... काँटा हूँ,पर मुझको लगता है... सँग तू हो तो मैं भी खिल जाऊँ... ©Ghumnam Gautam #काँटा #संग #रूप #रंग #ghumnamgautam