महफ़िल मै बैठकै बहक ज्या इस छोरे मै वा बात नहीं सै, घमण्ड करूँ मोह माया का इतणी मेरी औकात नहीं सै। लोगां के सिर आसमाँ तै भी ऊपर पैर ज़मीं पै टिकते कोनी, हम गाम के देसी बालक सा बात बात पै बिकते कोनी।। ©Anuj Verma #Fire #down #to #Earth