उसने पहले तो मुझे कई हिस्सों में बांट कर देखा बेदर्दी से आड़ा तो कभी तिरछा काट कर देखा बड़े भरोसे से फरेबों की खाई में दाब कर देखा परेशानियों की आंच ने भी खूब ताप कर देखा और फिर भी बड़ी बारीक नज़र से जांच कर देखा कायम हूं उसी अंदाज में उसने हैरानी से मुझे देखा बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla कायम Dr. uvsays RAVINANDAN Tiwari KK क्षत्राणी