मेरी उंगलियों में रही उसकी उंगलियां मेरे सामने गुम

मेरी उंगलियों में रही उसकी उंगलियां
मेरे सामने गुमसुम शरमाया रहा 
पुर कैफ हवाओं ने किया मौसम शराबी
रात भर इक चांद का साया रहा

©DOGRA SURENDER
  #Raat #Nojoto #nojotowritingprompt
play