एक बिछरा सितारा आसमां से पुछता है, क्या हम मिल सकंगे कभी , उत्तर आती है ,,,नही कभी नही | एक बिछरा मोती सागर से पुछता है, क्या हम मिल सकंगे कभी , उत्तर आती है ,,,नही नही कभी नही | एक बिछरा आंसू नैनो से पुछता है, क्या हम मिल सकेंगे कभी, उत्तर आती है,,,नही कतइ नही | एक खोया स्वाभिमान,अपने अभिमान से पूछता है, क्या हम मिल सकेंगे कभी, उत्तर आती है,,, भाग नालायक कभी नहीं || एक बिछरा प्रेमी जब भी अपने आसिक से पुछता है, क्या हम मिल सकेंगे कभी, नम आंखों से, दबी आवाजो मे,,, झट से उत्तर आता है, कभी क्यों पगली,, अभी क्यों नही.......😭😭😭 ©Madan Kumar Jha ek bichda sitara #Star