विगत 11 वर्षों से प्रेम के प्रति समर्पण, स्थिरता व साधना से प्राप्त अनुभव को पंक्तियों में पिरोने का छोटा सा प्रयास। प्रीत रीत जो निभावगे..... . . . . .