White तेरी चुप्पी भी थी किसी राज़ से कम नहीं, मेरी ख़ामोशी भी थी इक गहरी मिसाल। तू दूर था, फिर भी पास था कहीं, मैं पास था, फिर भी सूनापन था बेहिसाब। कभी तेरी जुदाई में सुकून ढूँढा, कभी तेरी नज़दीकी में तन्हाई मिली। मेरा ढंग था जैसे एक अधूरी दुआ, तेरा मिज़ाज था जैसे एक बेमिसाल किताब। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर