देखना इक दिन ज़माना देखेगा दुनिया बदलेगी इन मुश्किल रास्तो के साथ हाँ मंज़िल तेरे साथ खुद चल देगी जो बड़े सपने दिखाए पहचान अपने अंदर की आवाज़ जो घुल जाती है तेरे अश्को के साथ खुद से यूँ ना हो नाराज़ क़ल्ब का है बादशाह दिल का तू ही है महाराज ये रास्ता हैरानी से है देखता इन रहो पे जैसे आ गया है कोई देवता दिल में है एक शौर सा रगो में है इक उबलता ज़ोर सा आज बन गया है तू मास्टर कल की तरह नहीं है कामचोर अब जाग बंदेया क्योंकि सूरज निकल गया है भोर का Waah kya andaaz h pari ka Muskurana khoob h sundari ka Wo jahan jana chahta h jaane do use Jo use pasand nhi us trade me mat bhejo Kahin dum na toot jaaye uska ©qais majaaz,3rdmaster #smog