तेरी ख्वाहिशों के फ़ेहरिस्त में मैंने अपना नाम देखा, ग़म के अँधेरों में सुरक्षित, खुशियों का पयाम देखा। बेसब्री से इंतज़ार था हमें, जिन हसीन पलों का, उस आग़ाज़ का सदियों बाद, हमने अंजाम देखा।। #Contest 9(Hindi/उर्दू) 💌प्रिय लेखक एवं लेखिकाओं, कृपया अपने अद्भुत विचारों को कलमबद्ध कर अपनी लेखनी से चार चांँद लगा दें। 🎀 उपर्युक्त विषय को अपनी रचना में अवश्य सम्मिलित करें 🎀 चार से छह पंक्तियों में अपनी रचना लिखें,