अभी भी क्युं है मेरे दिल में तुम्हें पाने की तड़पन क्युं है मेरे दिल में तुम्हें न पाने की जलन पा लुंगा तुझे अगले जनम क्युं कहता है मेरा अंतर्मन पर तुम तो हो चुकी हो किसी और की सनम तोड़ दो सारा बंधन या दे दो मुझे एक कफ़न अभी भी