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मोहब्बत जब भी हुई है, कभी रास ना आयी,, धीरे- धीरे

मोहब्बत जब भी हुई है, कभी रास ना आयी,, 
धीरे- धीरे चाहतें बढ़ने लगी, पर कभी कोई पास ना आयी,,

©@Lakhan Yadav कम्बखत जब भी हुआ है एक तरफ़ा हुआ है
#moonnight
मोहब्बत जब भी हुई है, कभी रास ना आयी,, 
धीरे- धीरे चाहतें बढ़ने लगी, पर कभी कोई पास ना आयी,,

©@Lakhan Yadav कम्बखत जब भी हुआ है एक तरफ़ा हुआ है
#moonnight

कम्बखत जब भी हुआ है एक तरफ़ा हुआ है #moonnight #Poetry