जिदंगी में कुछ रिश्ते यूँ बन जाते है, भाई-भाई करते खून से बढकर हो जाते हैं, ऐसे ही कुछ रिश्तो से तराशा गया हूँ मैं, पता नहीं आज कल , कुछ लोगों के मुंह से "दोस्त" बुलाया गया हूँ मैं । . . . . . ♠️H.D.♠️ कुछ लोगों के मुंह से "दोस्त" बुलाया गया हूँ मैं ........ ♠️H.D.♠️