मेरी खामोशियाँ और तेरा रूठ जाना आहिस्ता आहिस्ता दिल का टूट जाना ये मोड़ ज़िंदगी का सोचा न था हमनें जन्मों का बंधन दो पल में छूट जाना ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #खामोशियाँ