क्या करें, किसी की फरमाइश को ठुकरा नहीं सकते। पर क्या इतने गए गुजरे है हम, जिसकी चाहत हो हमें वो हमारी एक ख्वाहिश बन के आ नहीं सकते। क्या करें, किसी की #फरमाइश को #ठुकरा नहीं सकते। पर क्या इतने गए गुजरे है हम, जिसकी #चाहत हो हमें वो हमारी एक #ख्वाहिश बन के आ नहीं सकते।