तुम्हारी दी हुई हर सज़ा मंज़ूर है हमें, अगर खता बता कर जाते तो अच्छा था। हम मानते हैं कानून तुम्हारा, अगर थोड़ी तहकीकात की होती तो अच्छा था। बेकसूर को कसूरवार ठहराने से पहले, एक बार पूछ लेते तो अच्छा था। गुनाह ठहरा दिए मेरे तुमने सिर्फ अपने दिमाग की सुन कर, मेरे मुंह की भी गवाही ली होती तो अच्छा था। #waiting #SAD #Sa