नाराजगी तुम्हारी भूलकर हम फिर भी कर लेते है तुम्हारा इंतजार सारी शिकायते रखकर दर-किनार कर लेते है तुमपर ऐतबार तुम भी तो झूठे हो बड़े, और नादान भी तुम बताते नहीं मगर मेरे लिए ही झांकते हो खिड़की से बाहर बार बार नाराजगी तुम्हारी भूलकर हम फिर भी कर लेते है तुम्हारा इंतजार #bhawana_kandpal(pic credit)