# सुकून सुकून की दरकार थी हमें पर वो तो किसी और द्वार थी हम इन्तिज़ार में थे उसके पर वो कहीं और प्यार लुटाने को तैयार थी... ✍अविनाश दुबे ©_avialfaaz_mr_ad_ सुकून की दरकार थी हमें पर वो तो किसी और द्वार थी... हम इन्तिज़ार में थे उसके पर वो कहीं और प्यार लुटाने को तैयार थी... ✍अविनाश दुबे