Nojoto: Largest Storytelling Platform

"कान्हा रे कान्हा, तूने मुरली कैसी बजाई दिन का चै

"कान्हा रे कान्हा, तूने मुरली कैसी बजाई
 दिन का चैन गया ,मोहे रात को नींद ना आई
 कान्हा रे कान्हा तूने मुरली कैसी बजाई
धुन मुरली की सुना दे, बाहों के झूले में झुला दे
अंग अंग में प्रीत जगा दे
 जीवन कर दे मोरा सुख दाई
कान्हा रे कान्हा, तूने मुरली कैसी बजाई।"

©Azaad Pooran Singh Rajawat
  #janmashtami#कान्हा रे कान्हा#