कोई डाल घोंसला गिरा दे हमारा वो परिंदा नही हूँ मैं। प्यार अन्धो की तरह किया है अन्धा नही हूँ मैं।। मुनाफा आना कम हो गया व्यापार बदल दिया। प्यार हूँ कोई धन्धा नही हूँ मैं।। ©Azhar Khan can you feel my pain?