माँ शब्द लिखने से ही मुझे ये पयाम मिला, माँ मिली तो जैसे मुझको चारो धाम मिला। माँ ममता की एक जीती-जागती मूरत है, माँ की तो यहाँ हर किसी को जरुरत है। माँ गंगा की निर्मल पवित्र अविरल धारा है, माँ अपने बच्चों के लिए एकमात्र सहारा है। माँ की गाथा क्या कोई कभी लिख पाएगा, माँ के लिए तो तीनों लोक कम पड़ जाएगा। माँ ब्रह्माण्ड में घुमती हुई पृथ्वी की धुरी है, माँ के बिना सृष्टि की कल्पना भी अधूरी है। "प्रिय लेखकों" आप सभी को "अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस" ( Mothers Day ) मुबारक हो। हँसते रहिये,हँसाते रहिये, मुस्कुराते रहिये और अपनी माँ की खिदमत कीजिये। ऐसी महामारी( वबा) के वक़्त घर में रहिये और सेहतमंद रहिये। कृपया "Caption" को ध्यानपूर्वक पढ़े। आज के शब्द है👉 🌸"माँ"🌸 🌻"Maa"🌻