हौले हौले पवन चले धीमे धीमे घटा लगे बूंद बूंद बारिश गिरे रोम रोम उपवन खिले धीमे धीमे मन आस लगे हौले हौले मन प्रीत जगे धीमे धीमे से सांस चढ़े हौले हौले वो पास लगे जैसे मधुबन फूल खिले वैसे ही मन मित मिले ©मिहिर धीमे धीमे