जा आजाद कर दिया तुझे कैसे हर बार हक जताऊं तू मेरा गुलाम तो नहीं फिर कैसे तुझे कैद रख पाऊं शुक्रिया तेरा जो इतने दिनों तक मेरी आगोश में रहा फड़फड़ाया भी नहीं बस जैसा रखा तू बस खुश रहा पर आजकल की तेरी ये रूसवाई तनिक भा नहीं रहीं मुंह फैर कर बात करने की तरकीब रास आ नहीं रही देख कर मुझे नूर उतर जाया करता है तेरे चेहरे का मेरी दुनिया में रहने की तेरे पास कोई वजह ना रही जा मेरे यार जी ले अपनी जिंदगी तूझे आजाद कर दिया आज से दिल का नाम बदल कर खाली मकान रख दिया कभी जरुरत पड़ते तो जरूर याद कर लेना ये आशियाना इस खाली मकान में एक कमरा आज से तेरे नाम कर दिया ©'मुराड़या जी' #freebird