चलो अब फिर से मंजिल पाने की जिद्द करते है। परिणाम मिले ना मिले, चलो हर पल कुछ सीखने का आनंद लेते है। रुके हुए कदमो को सपनों के नए पंख देते है, उम्मीदों और हौसलों की हवा देते है। खुद को चुनौतियों से रूबरू करा, चलो उससे आँखे मिलाते हैं। डर और भय को खुद से दूर कर , चलो एक नयी उडान भरते है। बंद आँखों के सपनों को, खुली आँखों से देखने का हौसला बुलन्द करते है। चलो अब फिर से मंजिल पाने की जिद्द करते है। ©रुचि प्रियंवदा #inspirational #Goals #Dreams #himmat #Courage