आखिरी मुलाक़ात क्यों न चाहत करे मेरा दिल, तुमसे फिर मिलने की आखिरी मुलाक़ात का मौक़ा काश एक बार मिले, आँखें बंद करके मेरा दिल, तुम्हें महसूस करता है इसके सिवा तुम्हारे दीदार की कोई और राह मिले, रातों को तुम्हारी कमी, बेइंतेहा तन्हा कर जाती है काश तुम्हारा साथ हर लम्हा, एक बार फिर मिले, तन्हाई में तुम्हारी याद, पलकें नम कर जाती है बहते आँसू सुकून पा सकें, वो हथेली फ़िर मिले, अक्सर ख्यालों में ही रही मासूम सी ख्वाहिश मेरी आगोश में लेकर, उन्हीं बांहों का सहारा फ़िर मिले ! ©सुधा #आख़िरीमुलाक़ात_सुधा #sudhaparidhi #सुधापरिधि #nojotohindi #nojotohindiquotes #nojotoquotes #nojoto