तुम और कविता तुम ना पूछो हाल मेरा कि मै कितना तन्हा हूं गर हो फिक्र मेरी तो गले से लग जाओ मै अब भी अकेला हूं मुस्कुराते होठों पे मेरे तुम्हे शिकवे ना मिलेंगे गर झांकोगे आंखो में मेरे सैलाब कुछ उमड़ते मिलेंगे मत ढूंढो ज़िस्म पर निशां मेरे इश्क़ में,मै टूटा नही हूं किसी के गर छुओगे रूह को मेरे वो आज भी तुम्हे घायल मिलेंगे .... #तुमऔरकविता #हाल #सवाल #जिंदगी #भूलिबिसरि #यादें