जिसका जो धर्म है वो उसको माने और बहेतर इंसान बने दूसरो को ना बताए की क्या करना हे !!! ऋषिकेश के घाट पर बहुत खूबसूरत दो पंक्तिया लिखी है कृपया ज्ञान ना दे , यहा सब ज्ञानी है !!! हम धर्म की चिंता ना करे अपनी चिता करे हमारा धर्म हमारी भीतर है !!! वो उग्र बनारहा है, हिंसक बनारहा है या मानवी बना रहा है वो कोन सा धर्म है जो हमारे भीतर डर पैदा कर रहा है !!! हिंदू खतरे में है, मुस्लिम खतरे में है कुछ खतरे में नही है हमारी राष्ट्रीयता खतरे में है ©HARIBHAI GOHIL #Sonbhadra