Nojoto: Largest Storytelling Platform

ना वह सज कर आया,ना संवर कर आया। अपने हाल को यों ही

ना वह सज कर आया,ना संवर कर आया।
अपने हाल को यों ही बेहाल कर आया।।
ये ना समझो वह सजा संवरा ही नही।
वह तो बस वज्म ए यारा मे यूॅ ही चला आया।।
नज्म वज्म ए यारा मे छिङते ही अभी।
उसका दिल भी हसीनो पर मचल आया।हाल बेहाल जो देखा हसीनो ने उसको।
हसीनो का दिल भी उस पर चला आया।।
जा लगी गले से उसके,भर आए ऑसू भी।
ऐसे हाल बेहाल होकर प्रीतम क्यो आया।।
मै तो जनमो जनम की तेरी ही हूॅ।
तेरे बफाई पर पूरा भरोसा अब बन आया।।

©Deoprakash Arya
  दर्द से

दर्द से #शायरी

386 Views