जसबातो से खेल तेरे , हम कभी खेले नही। दिखा घुमते हो जो कुछ घाव, जो तुमने खुद बनाय। अरे मेरे घाव कि किंमत, तो तुने कभी कि हि नही। जसबातो से खेल तेरे , हम कभी खेले नही। बात हे अगर वफ़ाई कि, तो हम कभी बेवफा थे, ना रहेंगे। बस खुद के अंदर थोडा , झाक के तो देख। मोहब्बत तो बस मेरी थी, तुने तो कभी कि हि नही। जसबातो से खेल तेरे , हम कभी खेले नही।