मुरादें करे पूर्ण ये टूटता सितारा, भाग्य का सितारा भूलकर ना टूटे, दुनिया रूठ जाये चाहे भली, पर कभी भी मेरी किस्मत ना रूठे। कृपया अनुशीर्षक पूर्ण पढ़ें। √आज का विषय है ' टूटता सितारा ' । √ आज के हमारे ' मंच प्रमुख ' है Santosh Waghade जी। √ आपको अपनी रचना दो पंक्तियों में लिखनी है।