ज़िंदगी की मोटी किताब उस किताब का "एक पन्ना" जिसे कोई खोलना नहीं चाहता हर कहीं बोलना नहीं चाहता शायद हर किसी के सफर में कुछ ऐसा लिखा होता है उस पन्ने में कुछ गुप्त, दफन होता है जिसे कोई झुठला नहीं सकता हकीकत में अपना नहीं सकता हो सकता है ये किस्सा किसी महबूब का, मजबूर का, सही गलत, उतार चढ़ाव, आप बीती, हार जीत, या किसी फितूर का हो जिसे कोई दिखा नहीं पाता और सबसे छुपा भी नहीं पाता कुछ तो ऐसा होता है जो मृत धुंध में जीवित रहता है कुछ तो ऐसा होता है जो हमतक सीमित रहता है 🍁विकास कुमार🍁 #एक_पन्ना #ख़ामोशी