Unsplash तुमने तराशा है जिंदगी को मेरी, नहीं तो अंधेरों से घिरा आशियाना था। चमक उठी तुम्हारे शब्दों से मेरी दुनिया, नहीं तो अज्ञानता से भरा मेरा मन था। कुछ किताबों से मिली राह जीवन की, नहीं तो कांटों से भरा रास्ता पुराना था। (चाहत) ©Chahat Kushwah #Book कोट्स इन हिंदी