White तेरे दिल में जो राज़ हैं, वो कभी नहीं कहे जाते, वो तेरी चुप्प में भी हंसते हुए पहचानता है। ज़िंदगी के मुद्दे तुझे अकेले सुलझाने होते हैं, लेकिन लोग तुझे सिर्फ़ बातें करने वाला समझते हैं। जब भी तू बोलता है, तो वो तुम्हारी आस्था नहीं, बस उन शब्दों को अपनी समझ से ढालते हैं। कभी कभी चुप रहकर ही चीजें साफ होती हैं, जो समझे वो तुझे बिना कहे सब कुछ जानते हैं। तेरे खामोश लफ़्ज़ों में छुपी होती है दुआ, जो दिल से निकली हो, वो ख़ुदा भी जानता है। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर