मिट्टी में ना मिलने दे, जो शोहरत तूने कमाई है, मेहनत ही है धर्म तेरा, बस यही तेरी सच्चाई है! वक़्त बुरा है, नाज़ुक थोड़े हालात है बेशक, हर हाल में लड़नी तुझे, अस्तित्व की लड़ाई है! परेशानियों के बादल हैं, शोर का दर्जा आला है, ना हो मायूस कि तेरी लगन पहले भी रंग लाई है! डर से तू बेख़ौफ़ है, हुनर भी तुझमें निराला है, उठा दे उस इमारत को जो वक़्त ने गिराई है! मिट्टी में ना मिलने दे, जो शोहरत तूने कमाई है, मेहनत ही है धर्म तेरा, बस यही तेरी सच्चाई है! क्यों पढ़े ➡️ यह कविता आपको motivation देगी #kumaarsthought #kumaatonmotivation #paidstory