"किसी ने पूछा कौन है वो चार लोग जिनकी वजह से हम खुलकर नही जीते, चार लोग वही है जिनके कंधों के सहारे हम मणिकर्णिका पहुँचते है" (कभी जीवन मे किसी की बुराई न करे,सदैव अच्छाई को आंके) #Fire #चारलोग #शमशान #वो #जीवन #बुराई