ये जिंदगी दिखाती है ना ! कितने आईने कभी अपने में सिमटे कभी दर-ब-दर छाने हम आज भी टिके हैं अपनी वफ़ा पर ,ए नादान तेरी वफ़ा का तो बस तेरा खुदा जाने ©Harpinder Kaur # जिंदगी वफ़ा और तुम