अंदाज़ा मत लगाईये मेरी तन्हाइयों का हर रोज़ गहरी होती हैं शब्दों से बनी खान मेरी हर रोज़ निकालकर बाहर कर देता हूँ कुछ शब्द जो कौंधते हैं रहते हैं दिल में यूँही खान - जहां से खुदाई कर खनिज निकाले जातें हैं #neerajwrites #yqbaba #yqdada