#lockdown_
आज खाली घर मे कुछ अलग सा खालीपण सा लग रहा हैं
कभी खामोशी को इतने करीब से रुबरु होते नही देखा था ,
घड़ी की आवाज कुछ सिनी सुनायी सी लग रही थी,
रास्तो पर खामोशिका त्योहार सजा हैं
गलियो मे हवाओं का घुमता शोर सजा हैं
आसमान भी कुछ साफ सा लगता हैं
अभी बादलो से घिरा गगन आज टिम टिमाते तारो सा लग रहा हैं