जिंदगी में कुछ ऐसे ही मोड़ आते है अपनी सुनाई बाकी सब छोड़ जाते है जल्दी है सबको रुकना नही चाहते बीते अपने पे सकड़कें लोक लेते है खुद की रफ्तार सबसे तेज हो किसी ओर को जगह देना नही चाहते सपने है चाहे हमें जग सारा उत्साह से सराहना हम नही चाहते नाम,शोहरत के लिए मरते है किस को सम्मान देना नही चाहते जिंदगी में कुछ ऐसे ही मोड़ आते है अपनी सुनाई बाकी सब छोड़ जाते है सोच जिंदगी में कुछ ऐसे ही मोड़ आते है अपनी सुनाई बाकी सब छोड़ जाते है जल्दी है सबको रुकना नही चाहते बीते अपने पे सकड़कें लोक लेते है खुद की रफ्तार सबसे तेज हो किसी ओर को जगह देना नही चाहते सपने है चाहे हमें जग सारा