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Dear सायबा, मेरी जिंदगी में तुम तो नहीं हो

Dear सायबा,
        मेरी जिंदगी में तुम तो नहीं हो। मगर तुम्हारी कमी भी नहीं है। बस हाँ, एक मोबाईल हो जो हमेशा Charge हो औऱ Unlimited Data Pack हो। उसपे भी सोने पे सुहागा होता है जब आप Earphones लगाते हो औऱ अपनी तनहाई में खो से जाते हो। ना दुनिया कि परवाह, ना दुनियादारी की। बस अपनेआप में मगन रहना। हाँ, यही तो एक शौक़ है मेरा। कई सालों से जिंदगी ऐसी ही चल रही है मेरी।
         मगर आज अकेलेपन का एहसास कुछ ज़्यादा है। दो दिन पहले मेरे Earphones गुम गये हैं। घर में ही गुमे है मगर मिल नहीं रहे। पूरा घर ढूंढ लिया यार। परसो रात की ही बात है। हर रोज की खाना खाने के बाद कुछ देर वहीं गप्पे लड़ाते बैठी थी। और फिर सोने जाते समय Earphones मैंने Dining Table पर ही छोड़ दिये। आज के लिये ज़रूरत नहीं ऐसा सोच के। और यहीं मेरी गलती हो गयी यार।
          दूसरे दिन सुबह से Earphones ने मानों छुपने की ठान ली हो। और मुझे ना मिलने की भी। घर के अंदर-बाहर सब जगह देख लिया। मिल ही नहीं रहे। अब तो मानो जैसे आसमान भी गिर जायेगा ऐसे लगने लगा है।  मुझे बस मेरे Earphones चाहिये यार। इतनी शिद्दत तो मैंने किसी को याद नहीं किया। इसी महीने तो लिए थे यार। एक महीना भी पूरा नहीं हुआ था। और गुम गये। ऐसे कैसे गुम गये यार। 
       हाँ, मैं लेने को नये भी ले सकती हूं। Earphones ही तो है। मगर मेरे लिये कोई भी चीज़ फ़क़त चीज़ नहीं होती। उस चीज़ के साथ मेरा Emotional Attachment हो जाता है। बहोत ज़्यादा वाला। इन्सान छोड़ भी जाये तो समझ सकती हूं। इन्सान की फ़ितरत में ही धोकादड़ी होती है। मगर चीज़े धोका नहीं देती। आप जितना संभालोगे उतना साथ देंगी। और ऐसी ही एक चीज जो अगले 6 महीने तक साथ देती मेरा। और एक ही महीने अंदर जाने कैसे खो गयी यार। 
        पता है, मेरी बहन को मेरे Earphones से बहोत चिड़ होती है। उसके मुताबिक Earphones लगाके बाहर जाना लड़कियों को शोभा नहीं देता। और मैं लड़की हूं तो मुझे लड़कियों जैसा बरताव करना चाहिये, वगैरा वगैरा। कोई उसे समझा भी नहीं सकता कि Earphones लगाने से आपको अनचाहे लोगोंसे बात नहीं करनी पड़ती। किसी को भी Ignore करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। कोई आपको Notice ही जो नहीं होता। एक नहीं कई फायदे है। मगर टिना को समझाना मानो पत्थर पर सर मार देना। चलो छोड़ो
            एक और रात अपनी तनहाई के साथ बिताते हैं। कल जिंदा रहे तो फिर मिलेंगे।

                                                                                        - तुम्हारी

©#Shilpa_ek_Shaayaraa #Dear_सायबा #Earphones_Like_Addiction Life_Without_Earphones #Missing_My_Earphones  #WrittingMoods #Broken_but_Beautiful Strugling_life #Ramta_Jogi_Special #Shilpa_ek_Shayaraaa #ShilpaSalve358
Dear सायबा,
        मेरी जिंदगी में तुम तो नहीं हो। मगर तुम्हारी कमी भी नहीं है। बस हाँ, एक मोबाईल हो जो हमेशा Charge हो औऱ Unlimited Data Pack हो। उसपे भी सोने पे सुहागा होता है जब आप Earphones लगाते हो औऱ अपनी तनहाई में खो से जाते हो। ना दुनिया कि परवाह, ना दुनियादारी की। बस अपनेआप में मगन रहना। हाँ, यही तो एक शौक़ है मेरा। कई सालों से जिंदगी ऐसी ही चल रही है मेरी।
         मगर आज अकेलेपन का एहसास कुछ ज़्यादा है। दो दिन पहले मेरे Earphones गुम गये हैं। घर में ही गुमे है मगर मिल नहीं रहे। पूरा घर ढूंढ लिया यार। परसो रात की ही बात है। हर रोज की खाना खाने के बाद कुछ देर वहीं गप्पे लड़ाते बैठी थी। और फिर सोने जाते समय Earphones मैंने Dining Table पर ही छोड़ दिये। आज के लिये ज़रूरत नहीं ऐसा सोच के। और यहीं मेरी गलती हो गयी यार।
          दूसरे दिन सुबह से Earphones ने मानों छुपने की ठान ली हो। और मुझे ना मिलने की भी। घर के अंदर-बाहर सब जगह देख लिया। मिल ही नहीं रहे। अब तो मानो जैसे आसमान भी गिर जायेगा ऐसे लगने लगा है।  मुझे बस मेरे Earphones चाहिये यार। इतनी शिद्दत तो मैंने किसी को याद नहीं किया। इसी महीने तो लिए थे यार। एक महीना भी पूरा नहीं हुआ था। और गुम गये। ऐसे कैसे गुम गये यार। 
       हाँ, मैं लेने को नये भी ले सकती हूं। Earphones ही तो है। मगर मेरे लिये कोई भी चीज़ फ़क़त चीज़ नहीं होती। उस चीज़ के साथ मेरा Emotional Attachment हो जाता है। बहोत ज़्यादा वाला। इन्सान छोड़ भी जाये तो समझ सकती हूं। इन्सान की फ़ितरत में ही धोकादड़ी होती है। मगर चीज़े धोका नहीं देती। आप जितना संभालोगे उतना साथ देंगी। और ऐसी ही एक चीज जो अगले 6 महीने तक साथ देती मेरा। और एक ही महीने अंदर जाने कैसे खो गयी यार। 
        पता है, मेरी बहन को मेरे Earphones से बहोत चिड़ होती है। उसके मुताबिक Earphones लगाके बाहर जाना लड़कियों को शोभा नहीं देता। और मैं लड़की हूं तो मुझे लड़कियों जैसा बरताव करना चाहिये, वगैरा वगैरा। कोई उसे समझा भी नहीं सकता कि Earphones लगाने से आपको अनचाहे लोगोंसे बात नहीं करनी पड़ती। किसी को भी Ignore करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। कोई आपको Notice ही जो नहीं होता। एक नहीं कई फायदे है। मगर टिना को समझाना मानो पत्थर पर सर मार देना। चलो छोड़ो
            एक और रात अपनी तनहाई के साथ बिताते हैं। कल जिंदा रहे तो फिर मिलेंगे।

                                                                                        - तुम्हारी

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