है विकट यह समय ना अकेले कट रहा है हे मेरे गोपाल कोई अवतार लेकर आओ ना ये बड़ा राक्षस है ठहरा उत्तम यह खुद को जानता है, खुद को ये आपसे भी शक्तिशाली योद्धा मानता है, इसको भी प्रभु दिव्य रूप से परिचित कराओ ना। माफ हमको कर दो हम गलतियांँ स्वीकार करते, है आपकी संतान हम बस आप से गुहार करते, ना सुख में शामिल हो सके, ना दुख में शामिल हो सके, मन से हारे हैं हुए कितनों को अब हम खो चुके, इस प्रबल कालरात्रि का अंत तो करवाओ ना हे मेरे गोपाल कोई अवतार लेकर आओ ना। काल ने इस काल में विकराल रूप धर लिया है, कितने हैं टूटे घर तो कितनों को बेघर कर दिया है, यह समय अब आ चुका है दुष्ट के संहार का, यह समय उत्तम अभी है आपके अवतार का, यह समय नियत हुआ हो संकटों पर प्रहार का, काल के इस जाल की धुंध को हटाओ ना। हे मेरे गोपाल कोई अवतार लेकर आओ। आपकी सेना बने कब से हम लड़ रहे हैं, आपके ही दिए हममें हौसले भरे हैं, अस्पतालों में जो कबसे डटे हैं, लग रहे आपके ही के रुप से है। संकट की घड़ी की सुई तो बड़वाओ ना, हे मेरे गोपाल कोई अवतार लेकर आओ ना। युद्ध अगर हम लड़ रहे तो, अवश्य ही जीत होगी, है विकट परिस्थितियां, जल्द ही सब ठीक होंगी, काल के चक्रव्यूह में हम फंसे हैं जो बुरे, तोड़ पाए इनको किसी में तो अर्जुन सी सीख होगी, हे प्रभु इस समर में धर्म रथ के सारथी बन जाओ ना, हे मेरे गोपाल कोई अवतार लेकर आओ ना। ©Krishna Awasthi #IndiaFightsCorona #nojoto #hindinojoto #Krishna #krishnaawasthi #covid19 #maa #pyaarimaa #Janamashtmi