Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो जो इक शख़्स मुझे ताना-ए-जाँ देता है मरने लगता ह

वो जो इक शख़्स मुझे ताना-ए-जाँ देता है
मरने लगता हूँ तो मरने भी कहाँ देता है

तेरी शर्तों पे ही करना है अगर तुझको क़ुबूल
ये सहूलत तो मुझे सारा जहाँ देता है

©Mehfil-e-Mohabbat
  #betrayal 

✍️ अज़हर फराग ✍️

#betrayal ✍️ अज़हर फराग ✍️ #शायरी

408 Views