लिखने बैठा था अपनी मोहब्बत की दास्ताने, कलम भी टूट कर बिखर गई, दर्द इतना बेतहाशा था मेरी दास्तान में, कि कलम भी बिखर कर रो गई।। 💞❣💞💞❣ Pàñdéy Àñuràg Vimal दस्तमपुर UP...16