पथरीले रास्ते पर थक के यूं बैठे ही तो थे तूने हमें हारा मान लिया, अपने छाले ले के ही चल दिए हम भी मुकद्दर के सहारे जीना हमें गवारा न था। #बाघी #Roads #Nojoto #poem #jazbat