मिठास इश्क़ की घुल रही है, देखो आज फ़िज़ाओं में। दिल मेरा पिघल रहा है, तुम्हारी मनमोहक अदाओं में। आज मुक़म्मल होगी चाहत, वादा है तुमसे मेरा सनम। क़रीब तो मुझको आने दे, तेरी ज़ुल्फ़ों की घटाओं में। इन सर्द रातों में हम-दोनों, एक-दूजे में ही घुल जाएंगे। यकीं न हो तो पास आओ, इतनी कशिश है हवाओं में। उम्र गुज़ार दी हमने तुम बिन, बड़ी इबादतों से मिले हो। यकीं था उस ख़ुदा पर, इतना असर होता है दुआओं में। इश्क़ के पाक महीने में, साहिल संग तुम भी खो जाओ। मिलेगा तुमको इतना प्यार, खोकर साहिल की बाहों में।— % & ♥️ Challenge-839 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ Happy Chocolate Day ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।