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sunset nature शाम विरान है, शरीर बेजान है, अपना को

sunset nature शाम विरान है,
शरीर बेजान है,
अपना कोई नही,
सब अनजान है।
चारो ओर बस,
गम का सामान है।
#कलमसत्यकी✍️©️

©Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
  #sunsetnature शाम विरान है,
शरीर बेजान है,
अपना कोई नही,
सब अनजान है।
चारो ओर बस,
गम का सामान है।
#कलमसत्यकी✍️©️ #लव #गम

#sunsetnature शाम विरान है, शरीर बेजान है, अपना कोई नही, सब अनजान है। चारो ओर बस, गम का सामान है। #कलमसत्यकी✍️©️ #लव #गम #शायरी #कलमसत्यकी✍️©️

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