मैंने देखा जिन्हें,उन्होंने अनदेखा कर दिया, ऊपर वाले ने मेरा लेखा जोखा लिख दिया। चाहा जिसे,उसीने मुझे अनचाहा कर दिया, तोड़कर रिश्ते नातें मुझेसे पराया कर दिया। छोड़ चले फिर दुनियां से ज़िंदगियों के मेले, वीरान राहों में तन्हाइयों संग निकले अकेले। पसरा चारों ओर सन्नाटा व छा गई खामोशी, समा गई अब मुझमें तन्हाइयो की मदहोशी। नजर आता नहीं कोई यहां वीरान जहान में, मरुस्थलों पर चलते चलते बन गई महान मै। देखती रही हूं सबको मुझे कोई देख न पाता, सुन रही मैं सबको कोई मुझे सुन नही पाता। संसार में आत्मा आत्मा को पहचानती नही, आत्मा का सिर्फ रह गया परमात्मा से नाता। JP lodhi 17/09/2020 #alonesoul #soulfeelings #Nojoto #Nojotohindi #Poetry