मोहब्बत में कामयाब हुए हम टुटे और लाजवाब हुए मौसम सा बदला तेरा मिजाज़ हर मौसम में हम नवाब हुए तेरे इश्क की कीमत चुकाता रहा मगर वफा तेरे ख्वाब हुए लज्जते इश्क कड़वा रहा जिसमें भुनकर हम कवाब हुए इश्क अब बुरी सोंच है मेरे लिए ये मेरे लिए भुले हुए बाब हुए ©Qamar Abbas #meyou ou भाना राम Santosh Narwar Aligarh