देख कर तुम्हें, मेरी दिन भर की, थकान उतरने लगती है, उतर कर हलक से मेरे, जिस्म में इस कदर घुलती है, नशा चाय का है या, छाया है आलम मदहोशी का, आज ये रात कातिलाना लगती है।। #चाय #रात #कातिलाना #थकान #yqbaba #yqdidi #tea #pchawla16